- चीन के सामान की जिस तरह की गारंटी होती है कुछ इस तरह की है मोदी गारंटी - जीतू पटवारी
- कांग्रेस प्रत्याशी बुंदेला ने 5 विधानसभाओं में किया जनसंपर्क व नुक्कड़ सभाएं
- कच्चा बांध टूटने से शिप्रा में मिला गंदा पानी
- इंदौर नगर निगम फर्जी बिल कांड: 100 करोड़ तक पहुंचने की आशंका
- भोपाल नगर निगम के दो चेहरे : कलियासोत में मलबा डालने पहुंची ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ा, बड़े तालाब में खुद डलवा रहा सीएंडडी वेस्ट
शिवराज और सिंधिया द्वारा अपना गढ़ बताए गए शिवपुरी में वोटिंग के महज़ कुछ घंटे पहले किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन
शिवपुरी में 2 घंटे तक चला प्रदर्शन, बिजली चालू होने के बाद ही लौटे प्रदर्शनकारी, अधिकारियों के मुताबिक बिल जमा न करने पर बिजली तो कटेगी ही
भोपाल। शिवपुरी के नौहरीकलां में बिजली कंपनी द्वारा ट्रांसफार्मर से लाइट काट देने के बाद किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने अपने ट्रैक्टर ट्रॉली सड़कों पर खड़े कर दिए, जिससे शहर की सड़कें जाम हो गईं। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बिजली कंपनियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
किसानों की शिकायत थी कि बिजली काटने के कारण उनके खेतों में पानी के पंप नहीं चल सके उसकी वजह से खेतों में खड़ी फसल सूखने लगी। इसी से नाराज़ किसान अपने ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर शहर के चाबी घर पहुंच गए। जहां उन्होंने रोड जाम कर दिया। शहर में 2 घंटे तक ट्रैफिक जाम होने के बाद पुलिस की समझाइश और आम जनों की तकलीफ को देखते हुए 2 घंटे बाद किसानों ने वहां से अपने ट्रैक्टर हटा लिए और चाबी घर के सामने बैठकर नारेबाजी करने लगे।
किसानों का आरोप है कि बिजली कंपनी ने नौहरीकलां के डेढ़ सौ से ज्यादा किसानों को सिक्योरिटी राशि जोड़कर बिजली बिल भेज दिया था। जिनके बिजली बिल 2 हजार से 5 हजार तक आते थे, उनके बिल 12 हजार से 15 हजार तक आए। जिसे देखकर किसान दंग रह गए। कंपनी की तरफ से किसानों को कोई भी जानकारी नहीं दी गई। जिसके बाद किसानों ने इस बढ़े हुए बिल को भरने से मना कर दिया। किसानों ने अपने इलाके के लाइनमैन पर पैसे लेकर रसीद नहीं देने का आरोप भी लगाया। किसानों का कहना था कि बिजली कट जाने के बाद न सिर्फ फसलें सूखने लगीं, बल्कि घरों में पीने के पानी की व्यवस्था तक मुश्किल हो गई।
वहीं बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि किसान बिल जमा नहीं करेंगे तो बिजली तो काटनी ही पड़ेगी। उनका कहना है कि किसानों ने 7 दिन के अंदर बिजली बिल जमा करने का आश्वासन दिया है, इसलिए बिजली सप्लाई चालू की गई है। अगर किसान लिखित हलफनामा देकर शिकायत करेंगे तो लाइनमैन के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी।